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सोमवार, 4 दिसंबर 2023

बंदर का खेत: छोटा बंदर बड़ा सपना


बंदर का खेत: छोटा बंदर बड़ा सपना


एक छोटे से गाँव में एक छोटा सा बंदर रहता था, जिसका नाम बन्दू था। बन्दू गाँव के बच्चों के साथ हमेशा खेलता रहता था और उसकी मुस्कान सभी को खुश कर देती थी। लेकिन उसके दिल में एक अजीब सी ख्वाहिश थी - वह चाहता था कि उसके पास भी एक बड़ा सा खेत हो, जहां वह अपने सपनों को पूरा कर सके।

बंदर का खेत: छोटा बंदर बड़ा सपना

बंदर का खेत: छोटा बंदर बड़ा सपना


एक दिन, बन्दू ने गाँव के बाहर एक बड़े से खुले मैदान को देखा। वहां हरियाली से भरा हुआ एक बड़ा सा खेत था। बन्दू का दिल खुशी से भर गया क्योंकि उसने अपने सपने का सीधा सामना किया। वह तत्पर होकर उस खेत की ओर बढ़ा।

बन्दू ने वहां पहुँचकर एक अद्भुत वृक्ष देखा, जिसे उसने कभी पहले नहीं देखा था। वह वृक्ष था मैगीकल, जिसके पत्तियां चमकती थीं और जो किसी के भी सपने को पूरा करने की शक्ति रखता था। बन्दू की आंखों में चमक आ गई।

मैगीकल वृक्ष ने बन्दू को बुलाया और उसको तीन विशेष बीज दिए। वृक्ष ने बताया कि जब बन्दू इन बीजों को खेत में बोएगा, तो उनमें से तीन अलग-अलग सपने उगेंगे। बन्दू ने उसे धन्यवाद कहा और खुशी-खुशी अपने गाँव लौटा।

बन्दू ने अपने गाँव में एक छोटे से हिस्से को चुना और वहां अपने मैगीकल बीजों को बोने। उसने उन्हें पानी और प्रेम से सिरसिर देखा। बहुत ही जल्दी उसने देखा कि उसके खेत से तीन अलग-अलग प्रकार के पौधे उग रहे थे।

पहला पौधा सपना सजीव होने का प्रतीक था। बन्दू ने उस सपने को देखा कि वह बड़ा होकर अपने गाँव को रोशन करेगा। वह एक सशक्त नेता बनेगा और अपने गाँववालों के लिए सुविधाएं लाएगा।

दूसरा पौधा अद्वितीयता का पुरस्कार था। उस पौधे से एक अजीब सा फल निकला, जो बहुत ही रंगीन और अद्भुत था। बन्दू ने उस फल को देखकर अपने गाँव के बच्चों को सिखाया कि हर कोई अद्वितीय होता है और सभी को समर्पितता से स्वीकार करना चाहिए।

तीसरा पौधा प्रेम और समर्पण का प्रतीक था। इस पौधे से बने फल में एक अद्वितीय ताकत थी, जो सभी को मिलकर काम करने की प्रेरणा देती थी। बन्दू ने इस से सीखा कि जब सभी मिलकर मेहनत करते हैं, तो आप जो कुछ भी कर सकते हैं।

बन्दू ने अपने गाँव के बच्चों के साथ और अपने गाँववालों के साथ सहयोग करते हुए अपने सपनों को पूरा किया। उसने गाँव में स्कूल खोला, विभिन्न कला और खेल कार्यक्रम आयोजित किए और बच्चों को प्रेरित किया।

बन्दू ने दिखाया कि छोटे सपने भी बड़े हो सकते हैं और जब हम अपने सपनों के पीछे मेहनत और समर्पण से लगे रहते हैं, तो हम सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँच सकते हैं। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि प्रेरणा, समर्थन, और सहयोग से हर कोई अपने सपनों को पूरा कर सकता है। 

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