छोटा समुद्री यात्री
पार्वतीपुर गाँव की छोटी सी लड़की अनुषा ने कभी सोचा भी नहीं था कि एक छोटे से किनारे पर एक रहस्यमय समुद्र हो सकता है। एक दिन, वह अपने दोस्त संजय के साथ एक पेड़ के नीचे बैठी बातें कर रही थी।
छोटा समुद्री यात्री
अनुषा: "संजय, हमें भी कहीं घूमने चलना चाहिए। इस छुट्टियों में कुछ नया करें।"
संजय: "वही तो, पर कहाँ जाएं?"
अनुषा: "पता नहीं, लेकिन हमें एक नया साहस करना चाहिए।"
इतने में ही, एक बूट ने उनका ध्यान खींचा। वे बूट के पास गए और देखा, उसमें एक छोटा सा समुद्र था।
संजय: "यह कैसा समुद्र है?"
अनुषा: "पता नहीं, पहले कभी नहीं देखा। चलो इसे और जाँचते हैं।"
दोनों ने उस बूट में चढ़ाई और वहां देखा कि यह समुद्र बहुत ही विशेष था। यह एक मागिकल समुद्र था जिसमें हर पुराने समय की कहानियाँ बसी हुई थीं।
संजय: "यह तो बहुत ही अजीब है।"
अनुषा: "हाँ, हमें यहाँ खुदाई करनी चाहिए और इस समुद्र की गहराईयों को समझना चाहिए।"
उन्होंने एक छोटे से नाव और उपकरण निकाले और समुद्र की गहराई में डालने का निर्णय लिया।
दोनों ने मिलकर बोट चलाने लगे और समुद्र की गहराई में चले गए। समुद्र के अंदर वे अनगिनत जादुई दुनियाओं को देखते रहे, जो हर बार एक नया चमत्कार दिखाते थे।
एक दिन, जब वे गहराई में चल रहे थे, वे एक बड़े से महाराजा समुद्र के सामने पहुँचे।
महाराजा समुद्र: "आप बड़ी सहासी हैं कि आप मेरे समुद्र की गहराई में आए हैं।"
अनुषा: "हाँ, हमें यह सब बहुत अच्छा लग रहा है।"
महाराजा समुद्र: "तुम्हें यह सब कुछ दिखाई देने का कारण क्या है?"
संजय: "हम यह जानना चाहते हैं कि इस समुद्र की कहानी क्या है और यह इतना विशेष कैसे है?"
महाराजा समुद्र: "मेरा यह समुद्र एक मागिकल समुद्र है जो हर समय की कहानियाँ रखता है। यह विश्व के भिन्न-भिन्न कोनों की बातें सुनाता है और उन्हें जगह-जगह भेजता है। इससे लोगों को नये-नये जगहें देखने का मौका मिलता है और वे सीखते हैं कि विश्व में कितनी सारी रोचक चीजें हैं।"
अनुषा: "यह तो बहुत ही शानदार है! क्या हम भी इस समुद्र से कुछ सीख सकते हैं?"
महाराजा समुद्र: "बिल्कुल, तुम्हें इससे हर समय नई बातें सीखने का अवसर मिलेगा।"
वे तीनों ने और भी कई दिन तक समुद्र की गहराईयों में यात्रा की और नए-नए जगहों की कहानियाँ सुनीं। जब उन्होंने वापस अपने गाँव की ओर रुख किया, तो वे बहुत समृद्धि और ज्ञान से भरे हुए थे। उन्होंने अपने गाँववालों को भी उनके अनुभवों के बारे में सुनाया और उन्हें भी समझाया कि विश्व में कितनी सारी बातें हैं जो हमें सीखने का मौका देती हैं।
इसके बाद से, पार्वतीपुर गाँव के बच्चे हर साल समुद्र के साथ एक नई यात्रा करते हैं और वहां से नए ज्ञान और अनुभव प्राप्त करते हैं। इससे उनका जीवन बहुत ही रोचक और सीखप्रद बन गया।
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