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बुधवार, 26 अगस्त 2020

हिंदी लघु कहानिया


हिंदी लघु कहानिया 

जंगल की आग 


बहुत पुरानी बात है एक बहुत घना जंगल हुआ करता था एक बार किन्ही कारण से पूरे जंगल मे भीषण आग लग गयी सभी जानवर देख कर रहे थे की अब क्या होगा और इधर उधर भागने लगे

थोड़ी ही देर में जंगल में भगदड मच गई सभी जानवर इधर उधर भाग रहे थे पूरा जंगल अपनी अपनी जान बचाने  में लगा था उस जंगल में एक नन्ही सी चिड़िया रहती थी उसने देखा की जंगल के सभी लोग भयभीत है जंगल में भयकर आग लगी हे उसने सोचा की उसे लोगो की मदद करनी चाहिये 
यही सोचकर वह जंगल में गई एव पास की नदी से  चोच में पानी भरकर लाई  और आग में डालने लगी वह बार बार नदी में जाती और चोच में पानी भरकर लाती और डालती जाती 

पास में ही एक उल्लू बैठा यह सब देख रहा था वह हॅसने लगा उसने मन  ही मन सोचा की वह कितना मूर्खतापूर्ण कार्य कर रही है  इतनी भीषण आग को यह छोटी सी  चिड़िया चोच भर पानी से कैसे बुझाएगी 

यही सोचकर वह चिड़िया के पास गया और कहा की तुम इतनी देर से इतना मुर्खतापूण काम क्यों कर रही हो इस तरह से आग नहीं बुझाई जा सकती 

चिड़िया ने कहा की मुझे पता है की इस प्रयास से अग्ग नहीं बुझाई  जा सकती  लकिन मुझे अपनी तरफ से पूरे प्रयास करने हे अग्ग कितनी भी भयकर हो लकिन मुझे अपने पुरे प्रयास करने है में अपना प्रयास नहीं छोड़ूगी 

उल्लू सुनकर बहुत प्रभाबित हुआ और शर्मिदा भी हुआ 

तो मित्रो यही बात हमारे जीवन पर भी लागु होती है जब कोई परेशानी आती  है तो इंसान घबराकर  हर मन लेता हे लकिन हमें बिना डरे प्रयास करते रहना चाहिये यही इस कहानी की शिक्षा है 

पेन्सिल 


रोहित कमरे में उदास बैठा था उसका गणित का पेपर बहुत ख़राब हुआ था वह डरा हुआ था की उसको डॉट पड़ेगी इस लिए वह कमरे में आकर चुपचाप आ गया था 

रोहित की दादी उसके कमरे में आई उसने देखा की रोहित  कमरे में उदास बैठा था उसे पता चल गया था की उसका  गणित का पेपर बहुत ख़राब हुआ हे इसलिए उसने  सबक  सीखने के लिए सोचा उसने  रोहित को एक पेन्सिल  दी रोहित ने कहा दादी मुझे यह पेन्सिल नहीं चाहिए मेरा पेपर खराब हो गया हे मुझको  अब डॉट पड़ेगी इसलिए वह  कमरे में चुपचाप आ गया था 

दादी ने कहा यह पेंसिल तुम ले लो यह  तुम्हारी तरह हे यह तुम्हे  बहुत कुछ सिखायेगी 

देखो जिस तरह से पेन्सिल को जब छीला जाता हे तो उसे दर्द होता हे उसी प्रकार तुम्हे दर्द हो रहा हे लकिन पेन्सिल छिलने के बाद लिखावट अच्छी  और सूंदर हो जाती हे उसी तरह तुम आगे और मेहनत करोगे तो और होशियार और अच्छे हो जोओगे तुम डॉट नहीं पड़ेगी 

रोहित ख़ुशी ख़ुशी पेन्सिल ले लेता हैं और मेहनत कर के पेपर देता हे इस बार उसका पेपर बाउट ही अच्छा होता हे और सभी उसकी तारीफ करते हे 


आपकी आज की कठनाईया कल के लिए अच्छा सबक हे 



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